आज के शब्द है हैदराबादी बोली में - पोट्टा -पोट्टी .
ये शब्द क्रमशः लड़का -लड़की के लिए प्रयुक्त होते हैं।
इन शब्दों के अर्थ / भावार्थ से कौन परिचित नहीं होगा !!
इसलिए वाक्य के स्थान पर अन्य बोलियों /भाषाओँ में इनके लिए सिर्फ शब्द देने हैं। जैसे -
राजस्थानी में छोरा -छोरी , टींगर -टींगरी (छोटे बच्चों के लिए )
नेपाली - कांछा - कांछी
गुजराती - डीकरा- डीकरी
भोजपुरी - बबुआ और बबी
भोजपुरी - बबुआ और बबी
अन्य भाषाओँ /बोलियों में अपनी जानकारी साझा करें !
भोजपुरी में
जवाब देंहटाएंछौंड़ा - लड़का
छौंड़ी - लड़की
फिल्मों में सुना है :)
जवाब देंहटाएंबुंदेलखंड में मोड़ा = लड़का मोड़ी = लड़की को कहा जाता है !
जवाब देंहटाएंपोट्टा पोट्टी के सर्वाधिक करीब मराठी का पोरा पोरी है। इसमें बालक बालिका और युवक युवती दोनों की अर्थवत्ता समाहित है। इसे कन्या कुमार के भावार्थ से लिया जा सकता है। गुजराती का डीकरा डीकरी का असल भाव तो बेटा बेटी है। गुजरात में छोकरा छोकरी, नानका नानकी, छोडा छोडी शब्द प्रचलित है। मरुगुर्जर में छोकरा छोकरी, नानकड़ा नानकड़ी प्रचलित है।
जवाब देंहटाएंमराठी में मुलगा - मुलगी कहते हैं लड़का लड़की को ! बृज भाषा में लला और लली कहा जाता है !
जवाब देंहटाएंपंजाबी में मुंडा लड़के को और कुड़ी लड़की को कहा जाता है !
जवाब देंहटाएंऔर यहाँ भोपाल से सटे गावं में पोरा-पोरी कहते हैं ...
जवाब देंहटाएंऔर हमारी कुंमावानी में चेला-चेली कहते हैं ...
और गढ़वाली में ......न ... न ..