सोमवार, 16 मार्च 2015

राबड़ी बोली म तन दाँतां से खाऊँ.... राजस्थानी कहावत


आज एक राजस्थानी कहावत पर विचार करें।

राबड़ी बोली म तन  दाँतां  से खाऊँ (राबड़ी ने कहा मैं तुझे दांतों से चबा जाउंगी )

यानि कि  अपनी  सामर्थ्य को बढ़ चढ़ कर बताना  या  प्रचारित करना।  राबड़ी एक राजस्थानी पारम्परिक व्यंजन है जिसे मक्का , बाजरा के आटे  को छाछ में घोलकर पकाया  जाता है।  इसे पीने के जैसे ही खाया जा सकता है और ऐसी चीज यदि ललकारें कि मैं तुझे अपने दांतों से चबा जाऊं तो असंभव सी बात लगेगी।
 वैसे ही जैसे चूहा  हाथी को ललकारे !

8 टिप्‍पणियां:

  1. हमारी तरफ यह कहावत उसी भावार्थ में होते हुए भी भिन्न है- "राबड़ी भी केहवे म्हनै दांतां सुं चावौ" - राबड़ी उठके कहे मुझे भी दांतों से चबाओ। अतिशयोक्तिपूर्ण अपेक्षा! (हमारे यहाँ की राबड़ी तरल ही है :) )

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  2. वाह बहुत अच्छी जानकारी1पहली बार कहावत सुनिइ1

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  3. फिर भी कभी कभी कोई ये सोचे की आज कुछ तूफानी करते हैं....
    .तो क्या कर सकते हैं.....😊

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  4. बहुत खूब। अच्‍छी रचना।

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