आज का शब्द - नादिदा !!
पंकज त्रिवेदी जी ने नादिदा का अर्थ लिखा - लालची
नादीदाओं के घेरे में सदा रहने की आदत तेरी …
वहीँ राजस्थानी में इसे इतराने/अनोखे के सन्दर्भ में लिया जाता है।
नादिदो हुयो घणो , काईं नादीदी बातां करो...
जैसे लड़कियों को घूमने फिरने की स्वतंत्रता देने की बात पर बुजुर्ग रिश्तेदार ताना दे देते हैं -- हुई घणी नादीदी
जानकारी का अच्छा पड़ाव
जवाब देंहटाएंमेरे लिए नया शब्द
जवाब देंहटाएंइतराना को तो हम इतराना ही बोल देते है जैसे- जादा इतराय मत ....
जवाब देंहटाएंदीद मतलब देखना / दर्शन / आँखें भी होता है सो नादीदी या नादीदा का उल्लेख अन्धेपन के आशय में भी किया जाता है ! मसलन क्या दीदे फाड़ कर देख रहे हो... या फिर... मुझे मिल गया बहाना तेरी दीद का :)
जवाब देंहटाएंपहली बार सुनी ,ज्ञान बढ़ा.......
जवाब देंहटाएंनादीदी का अर्थ यहां पर अनोखा या कुछ अलग हट कर करने वाले के लिए प्रयुक्त होता दिखाई दे रहा हैं और प्रयुक्त होता भी हैं।
जवाब देंहटाएंयही होता है .....
हटाएंवाणी जी, एक शब्द के माध्यम से यह चर्चा सार्थक है | बधाई
जवाब देंहटाएंनादीदा / नदीदा / नदीदी - तीनों शब्दों का उपयोग होता है |
ये ज्ञान की दिशा में नया कदम है ।
जवाब देंहटाएंपश्चिमी उत्तर प्रदेश में लालची के लिए नदीदा शब्द सुना है.
जवाब देंहटाएंबढ़िया जानकारी
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